ईरानी निर्देशक माजिद मजीदी ने कहा है, "मुझे तरस आता है कि अब (भारत में) सत्यजीत रे या श्याम बेनेगल जैसा सिनेमा नहीं बचा है।" उन्होंने कहा, "मैं भारत को सत्यजीत रे के सिनेमा के समय से जानता हूं...तभी से मैंने सोच रखा था कि अगर कभी इरान से बाहर फिल्म बनाऊंगा तो वह भारत में ही होगी।"