नासा के अध्ययन के मुताबिक, अमेज़न का वर्षा वन पौधों की पत्तियों पर मौजूद बूंदों का जलवाष्पीकरण कर खुद बारिश का मौसम तैयार करता है। शोधकर्ताओं ने बताया कि इससे क्षेत्र में कम बारिश होने और वन क्षेत्र घटने के बीच संबंध का पता चलता है। दरअसल, वन क्षेत्र घटने से बारिश की प्रक्रिया ठीक से नहीं हो पाती है।