रिपोर्ट्स के अनुसार, दूरसंचार कंपनी एयरसेल अपना बोर्ड भंग कर चुकी है और जल्द ही नैशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में दिवालिया होने की अर्ज़ी लगाएगी। बतौर रिपोर्ट्स, कंपनी अपने ₹15,500 करोड़ ऋण को लेकर सितंबर से ही देनदारों से बातचीत कर रही है लेकिन किसी नतीज़े पर नहीं पहुंच पाई है। इस फैसले से 5,000 कर्मचारी प्रभावित हो सकते हैं।