रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी अधिकारियों ने अपनी जांच में पाया है कि मर्सिडीज़-बेंज़ की प्रवर्तक कंपनी डेमलर ने डीज़ल एमिशन टेस्ट पास करने के लिए अपनी कारों में एक सॉफ्टवेयर इस्तेमाल किया था। कंपनी ने कथित तौर पर ऐसा सॉफ्टवेयर बनाया था जो वाहनों के 25 किलोमीटर चलने के बाद प्रदूषकों का उत्सर्जन रोकना बंद कर देता था।