अमेरिका के मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) के वैज्ञानिकों के अनुसार, साल 2000 से अब तक ओज़ोन परत का छेद 40 लाख वर्ग किलोमीटर छोटा हुआ है। वैज्ञानिकों ने यह भी कहा कि साल 1987 में मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल के तहत, अधिकतर देशों द्वारा क्लोरो फ्लोरो कार्बन (सीएफसी) गैसों पर प्रतिबंध लगाने के बाद ओज़ोन परत सेहतमंद हुई है।