नाइट्रोजन ऑक्साइड उत्सर्जन पर एक अध्ययन के मुताबिक, डीज़ल एमिशन टेस्ट से छेड़छाड़ के कारण 2015 में दुनिया भर में 38000 लोगों की समय से पहले मौत हो गई। अध्ययन में बताया गया है कि भारत, चीन और यूरोप सबसे ज़्यादा प्रभावित हुए हैं। नाइट्रोजन ऑक्साइड उत्सर्जन के लिए यूरोप में कारें जबकि भारत और चीन में ट्रक ज़िम्मेदार हैं।